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Friday 6 February, 2009

कॉमरेड की करतूतों पर एक कार्टून

साभार- मेल टुडे, 05 फरवरी, 2009

अवश्‍य पढें:
माकपा के राज्‍य सचिव आकंठ भ्रष्‍टाचार में डूबे

2 comments:

Anonymous said...

सटीक !

बिना विभवान्तर (पोटैंशियल डिफरेंस) के विद्युत-शक्ति का प्रवाह असम्भव है। इसी तरह बिना सार्थक अन्तर के समाज-व्यवस्था भी नहीं चल सकती।


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भारतीय इतिहास का हिन्दी ब्लाग "भारत का इतिहास" अवश्य देखें।

अनुनाद सिंह said...

भारतीय इतिहास का हिन्दी ब्लाग "भारत का इतिहास" अवश्य देखें।

http://itihaasam.blogspot.com/